
रिपोर्ट : संजय सेंगर
उच्च प्राथमिक विद्यालय टड़वा स्माईलपुर में उपजे विवाद की जांच को खंड शिक्षाधिकारी महेवा उदयराज सिंह शुक्रवार को विद्यालय पहुंचे। गांव के दोनों पक्षों को बुलाया और उनकी बात को सुना। पूर्व रसोईया मधु देवी ने प्रधानाध्यापिका सरोज पर अभद्रता करने और स्कूल से भगाने का आरोप लगाया। मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान हरिकेश यादव ने इस उत्पन्न हालात का जिम्मेदार प्रधानाध्यापिका को ठहराया। लेकिन प्रधानाध्यापिका और उनके पति अपनी सुरक्षा की दुहाई देकर कानूनी कार्यवाही की मांग करते रहे। वहीं स्कूल का प्रांगण जंग के मैदान में बदल गया।

सैकड़ों ग्रामीण स्कूल प्रांगण में एकत्र हो गये।दोनों पक्षों में तीखी बहस होंने लगी।कोई अप्रिय घटना न घटे खंड शिक्षाधिकारी ने पुलिस बुला ली।गांव के लगभग दस अभिभावकों ने विद्यालय का माहौल खराब बता स्थानांतरण प्रमाण पत्र के लिये खंड शिक्षाधिकारी को आवेदन दिया। जिस पर खंड शिक्षाधिकारी ने उन्हें समझाकर मनाया।रसोईया किसे रखा जाये इस संबंध में खंड शिक्षाधिकारी उदयराज सिंह , मिड डे मील जिला समन्वयक मनोज धाकरे और प्रधान हरिकेश यादव ने ग्रामीणों से लगभग चार घंटे वार्ता की लेकिन कोई हल नहीं निकला।

गांव के दलित समाज के लोगों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि दलित रसोईया हटाया गया तो हम विरोध करेंगे। जांच को पहुंचे अधिकारी धर्मसंकट में पड़ गये क्योंकि पूर्व में नियुक्त रसोईया मधु देवी को नियमसंगत नहीं हटाया गया और न ही कार्यरत रसोईया रूबी देवी का चयन किया गया था। इसी बीच प्रधानाध्यापिका सरोज व उनके पति अधिकारियों पर बात न सुनने का आरोप लगाते हुये विद्यालय छोड़कर चले गये। रसोइये के चयन को लेकर पूरा गांव दो धड़ों में बंटता नजर आया। वहीं खंड शिक्षाधिकारी ने बताया कि पूर्व रसोइया मधु देवी का स्तीफा लेकर नये रसोईया का नियमानुसार चयन की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान ने ली है। यदि फिर भी कोई विवाद होता है तो उच्चाधिकारियों की मदद से समाधान कराया जायेगा।