इटावा में मनाई गई नेता जी मुलायम सिंह यादव की जयंती..

इटावा: में नेताजी मुलायम सिंह यादव की जयंती पर सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव और बदायूं सांसद आदित्य यादव नेता जी की समाधि स्थल पहुंचे। सपा कार्यकर्ता के साथ पुष्प अर्पित कर नेताजी को याद किया। इस दौरान उन्होंने नेता जी इस दुनिया में कमी खोजने की बात कही। उपचुनाव में गड़बड़ी को लेकर लेकर भी सवाल खड़े किए।

उन्होंने दो सीटें कुंदरकी और मीरापुर में दोबारा चुनाव होने की बात कहते हुए कहा कि वहां जो चुनाव हुआ है। वह जनता ने नहीं पुलिस ने वोट डाला है। इलेक्शन कमीशन को स्वतः संज्ञान लेते हुए कुंदरकी और मीरपुर में देखना चाहिए। 70% बूथों पर असली मतदाता वोट देने पहुंचा ही नहीं। उनको रोककर पुलिस ने वोट डाला।

  • अपने वोट एवं लोकतंत्र को बचाना होगा

रामगोपाल यादव ने प्रदेश में हुए उपचुनाव (कुंदरकी, मीरापुर) की तुलना पिछले दिनों बांग्लादेश में हुई अराजकता और हिंसा से किया। कहा कि इस चुनाव में जैसा हुआ, वैसा बांग्लादेश में हो रहा था। जिसके बाद परेशान जनता सड़कों पर निकल आई। वहां की पी एम को देश छोड़कर भागना पड़ा।कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा अगर 2027 में सरकार चाहते हो तो अपनी जान देकर भी अपने वोट एवं लोकतंत्र को बचाना होगा। चुनाव आयोग अगर सही से काम कर रहा होता, तो यह उप चुनाव अपने आप ही रद्द हो जाते, हम लोगों को चुनाव रद्द करने की मांग नहीं करनी पड़ती। कल आने वाले उपचुनाव के नतीजे को लेकर बोले प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा- अगर उपचुनाव में बेइमानी नहीं होती, तो भाजपा एक भी सीट नहीं जीत रही होती।

  • नेताजी को कार्यों को किया याद

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की आज 85वीं जयंती के अवसर पर प्रो. रामगोपाल यादव, बदायूं सांसद आदित्य यादव समेत तमाम सपा कार्यकर्ता सैफई स्थित नेता जी की समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित करने पहुंचे। मुलायम सिंह यादव को पुष्प अर्पित कर नेताजी के द्वारा किए गए कार्य को याद किया।

सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि नेताजी की कमी हमेशा खेलेगी। उन्होंने गरीबों को और असहाय लोगों को समाज में मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया। उनके इतने बड़े काम हुए की, जिसकी पूर्ति कोई नहीं कर सकता है।

  • गरीबों किसानों मजदूरों मजलूमों के मसीहा

नेताजी को याद करते हुए प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि नेताजी कि महानता यही कही जाएगी कि जो लोग कभी संसद की दहलीज पर नहीं पहुंच सकते थे। नेताजी ने उन्हें संसद की दहलीज तक पहुंचाने का काम किया। गरीबों-गरीबों किसानों मजदूरों मजलूमों के मसीहा कहे जाते हैं। नेताजी गरीबों से जुड़े हुए लोगों को संसद, विधानसभा तक पहुंचाया है।

इसके अलावा ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधि बनने का भी काम किया है। नेताजी ने हर वर्ग में अपनी पहुंच इसलिए बनाई, क्योंकि नेता जी ने उन वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया। आज यही लोग नेताजी को महान बता रहे हैं। क्योंकि ऐसे लोग कभी संसद विधानसभा या समाज की मुख्य धारा में नहीं आ सकते थे। नेताजी ने उनको एक बड़ा मुकाम दिया। नेता जी जैसा व्यक्तित्व इस दुनिया में कभी-कभी ही आते है।

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