ब्रजेश पोरवाल पोरवाल-एडीटर &चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त 7017774931
परिजनों ने शव उठाने से किया इंकार, पुलिस ने समझाया बुझाकर दिया कार्रवाई का आश्वासन
भरथना। कोतवाली क्षेत्र के बकेवर रोड पर मोढ़ी गांव के पास मंगलवार सुबह सात बजे साइकिल सवार कक्षा नौ की छात्रा को बेकाबू डंपर ने कुचल दिया। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की जानकारी होते ही छात्रा के परिजनों में कोहराम मच गया।स्थानीय लोगों ने दौड़ाकर किसी तरह डंपर रोका, लेकिन ड्राइवर मौके से भाग निकला।
तेज रफ्तार डंपर ने मारी टक्कर, साइकिल समेत छात्रा आई पहियों के नीचे
मोढ़ी गांव के रहने वाले उमा शंकर राजमिस्त्री हैं। उनकी 16 साल की बेटी सरिता दोहरे जन सहयोगी स्कूल में कक्षा नौ की छात्रा थी। मंगलवार सुबह साइकिल से स्कूल जा रही थी। गांव के पास बकेवर रोड पर पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने उसकी साइकिल में टक्कर दी। छिटक कर वह साइकिल समेत डंपर के पहिये के नीचे आ गई । छात्रा को कुचलते हुए डंपर आगे निकल गया। हादसे में मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसा देख स्थानीय लोगों ने दौड़ाकर डंपर को रोक लिया और पुलिस को सूचना दी। हादसे की जानकारी मिलने पर परिजन रोते बिलखते मौके पर पहुंचे।
गुस्साए ग्रामीणों ने रोका डंपर, चालक मौके से फरार
हादसे के बाद ग्रामीणों ने दौड़ाकर डंपर को रोका लेकिन चालक मौका देख फरार हो गया। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। गुस्साए ग्रामीणों ने डंपर में तोड़फोड़ कर दी और चालक की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव को उठाने से इंकार कर दिया।
एसपी ग्रामीण और पुलिस क्षेत्राधिकारी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बकेवर थाने की फोर्स भी मौके पर पहुंची। एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह और भरथना क्षेत्राधिकारी अतुल प्रधान ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और परिजनों को समझाया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
घटना से जाम की स्थिति, आवागमन हुआ प्रभावित
घटना स्थल पर जुटी भीड़ के कारण बकेवर रोड पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। कुछ देर तक जाम जैसे हालात बने रहे। पुलिस ने मशक्कत कर रास्ता साफ कराया और यातायात बहाल किया।
खराब सड़क और अतिक्रमण बना हादसे की वजह
स्थानीय लोगों के मुताबिक बकेवर-भरथना मार्ग पर सड़क चौड़ीकरण के नाम पर एक ओर खुदाई की गई है। साथ ही सड़क किनारे पड़ी मौरंग की ढेर और अतिक्रमण से सड़क संकरी हो गई है। इसी संकरी जगह पर स्कूली बस और डंपर के बीच में फंसी सरिता, जो हादसे का शिकार बन गई।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल, गांव में पसरा सन्नाटा
मृतका सरिता चार बहनों में तीसरे नंबर पर थी। दो बहनों की शादी हो चुकी है, जबकि एक बहन की मौत चार माह पूर्व बीमारी के चलते हो गई थी। सरिता की मौत से माता किरण देवी, पिता उमा शंकर व भाइयों सौरभ और करन का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में शोक और सन्नाटा व्याप्त है।