ब्रजेश पोरवाल-एडीटर/चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त7017774931
शरीर में जल की कमी होने से अनेकों बीमारियाँ जन्म लेने लगती है इसलिए मीठे जल के दुरुपयोग से बचना चाहिए – रमेश चन्द्र
जनहितकारी संस्था समाज उत्थान समिति एवं अखिल भारतीय समाज उत्थान न्यास के सयुक्त तत्वाधान में जल संरक्षण पर गोष्ठी प्राथमिक विद्यालय , सूखाताल , बढ़पुरा , इटावा में विद्यालय के राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित प्रध्यानाध्यपक रामेश चन्द्र राजपूत की देख रेख में आयोजित हुयी।
जल संरक्षण गोष्ठी में बच्चों के साथ ही ग्रमीण क्षेत्र की महिलाएं भी उपस्थित रही
महामहिम राज्यपाल द्वारा सम्मानित समाज सेवी “डॉ० हरीशंकर पटेल” राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य – अपना दल (एस) द्वारा पानी के महात्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पानी पृथ्वी के सभी जीवो- जन्तुओं के लिए बहुमूल्य सम्पदा है , पानी बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है , पृथ्वी पर मौजूद कुल पानी का अधिकतर पानी खारे रूप में समुन्द्र व महासगरों में पाया जाता है। कुछ प्रतिशत स्वच्छ पानी यानि पीने योग्य पानी के रूप में उपस्थित है। हम सभी को वर्षा जल संचयन करके जल स्रोतों को बढ़ाया जा सकता है। डॉ० हरीशंकर पटेल ने उपस्थित जनों को जागरूक करते हुए यह भी बताया कि आज पानी की कीमत को नही समझे तो वो दिन दूर नही , पानी के लिए युद्ध करना पड़ेगा।
जल संरक्षण गोष्ठी में उपस्थित विद्यालय के प्रधानाध्यपक – रामेश चन्द्र राजपूत ने जल के दुरुपयोग पर चिन्ता जाहिर करते हुए कहा कि मानव के शरीर में उम्र के अनुसार 60 प्रतिशत अधिक जल है , शरीर में जल की कमी होने से अनेकों बीमारियाँ जन्म लेने लगती है इसलिए मीठे जल के दुरुपयोग से बचना चाहिए। जल संरक्षणा कार्य क्रम में इको क्लब के छात्रों ने बढ़चढ़ कर प्रतिभाग किया ।
इस अवसर पर सहायक अध्यापक – शिप्रा संगीत , कुमारी शिखा , सुशीला ,शिक्षा मित्र -प्रदीप राजपूत गोष्ठी को सफल बनाने में सराहनीय योगदान दिया।