सर्वार्थ सिद्धि योग, ब्रह्म योग, रवि योग और इंद्र योग का संयोग
भगवान गणेश जी का जन्मदिन मनाने को लेकर बप्पा के भक्तों में उत्साह चरम पर है। इस बार 100 सालों के बाद गणेश चतुर्थी पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, ब्रह्म योग, रवि योग और इंद्र योग का संयोग बन रहा है। इस बार बप्पा की पूजा स्वाति और चित्रा नक्षत्र में होगी। इतने सारे शुभ संयोग में भगवान गणेश की आराधना करने वालों के जीवन में मंगल ही मंगल आएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि की शुरुआत 6 सितंबर 2024 को दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर हो गई है और इसका समापन 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा। उदयातिथि को देखते हुए गणेश चतुर्थी 7 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 3 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। ऐसे में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करने के लिए आपको लगभग 2 घंटे और 31 मिनट का समय मिलेगा।