ब्रजेश पोरवाल-एडीटर &चीफ टाइम्स ऑफ आर्यावर्त 7017774931
इटावा उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिला के पदाधिकारियों ने नवागंतु एडिशनल कमिश्नर ग्रेड (जीएसटी) से शिष्टाचार मुलाकात की व्यापार मंडल के पदाधिकारीओं ने एडिशनल कमिश्नर को फूलों का गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया साथ ही व्यापारिक समस्याओं पर गहन चर्चा की।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी सदाशिव श्रीवास्तव ,प्रत्यूष वर्मा, गोविंद दुबे ,गोरखनाथ वर्मा, रिंकू यादव भी मौजूद रहे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
रेडीमेड के जिला अध्यक्ष गोरखनाथ वर्मा ने कहा कि,GST, या गुड्स और सर्विस टैक्स, वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया गया एक अप्रत्यक्ष टैक्स है. यह हर वैल्यू एडिशन पर लगाया जाने वाला एक मल्टी-स्टेज, डेस्टिनेशन-ओरिएंटेड टैक्स है, यह कई अप्रत्यक्ष टैक्स जैसे VAT, एक्साइज़ ड्यूटी, सर्विस टैक्स आदि को रिप्लेस करता है.
“भारत में जीएसटी के जनक” की उपाधि अक्सर डॉ. विजय केलकर को दी जाती है, जिनके मौलिक कार्य ने जीएसटी के कार्यान्वयन की नींव रखी। हालांकि, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार 2000 में जीएसटी का विचार प्रस्तुत किया था, जिसमें उन्होंने एकीकृत कर प्रणाली की वकालत की थी।